आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत 13 से 15 अगस्त 2023 स्पेशल मूमेंट। हर घर तिरंगा फहराये
भारत आजादी के 75 वीं सालगिरह।
इस खास मौके पर पूरे देश बढ़-चढ़कर भाग ले रहा हैं । इस कार्यक्रम में कुछ चुनिंदा उच्चस्तरीय लोगों की समिति गठन किया गया है जो कि 15 अगस्त 2023 को चार चांद लगाने में अहम भूमिका निभाएगी जोकि बहुत यादगार होने वाली है आपको यह सूचना प्राप्त होगी कि भारत आजादी की 75वीं सालगिरह मनाएगा।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस पर बहुत ही अच्छी संदेश पूरे देशवासियों को दिया है प्रधानमंत्री सदस्यता वाले का समोसा सदस्यों की उच्च स्तरीय राष्ट्रीय संघ बनाई गई है।
यह समिति आजादी के 75 साल होने पर कार्यक्रमों की रूपरेखा पर मार्गदर्शन का काम करेंगे इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 मार्च को ही अमृत महोत्सव का आयोजन कर दिया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने यहां बताया है कि क्या कार्यक्रम देश की आजादी का 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में शुरू किया गया है।
अमृत महोत्सव का मुख्य उद्देश्य है कि आजादी के महान वीरों की गाथा को सभी भारत वासियों को उसके अंदर फिर से वही जज्वा वहीं जोश आपके समक्ष प्रस्तुत करने का मोहिम चलाया गया है।
जो हमारे भारतवर्ष के वीर गुरु की गाथा को गाया जाएगा और उसी के मार्गदर्शन पर पूरे देश को एकजुट होकर चलना एवं उसकी विचारधारा को अपने जीवन में उतारना चाहिए ।
जो कि अपने देश के प्रति मर मिटने का जज्बा रखता हो अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा इसको आजादी के 75वीं वर्षगांठ के रूप में पूरे भारतवर्ष को एकता का प्रतीक का हिस्सा ही उन आजाद वीरों की महान गाथाओं का मनन एवं श्रद्धांजलि होगी।
हमारे वीर महान सपूत की गाथा इस प्रकार है।
- मूल दांडी मार्च नामक सत्याग्रह नमक के उत्पादन पर ब्रिटिश एकाधिकार के खिलाफ महात्मा गांधी के अहिंसक विरोध का हिस्सा थे।
- महात्मा गांधी के नेतृत्व में 78 लोगों ने 12 मार्च को 1930 को 24 दिवसीय मार शुरू किया और 5 अप्रैल 1930 को दांडी पहुंच गए।
- मंडी में नमक बनाने के बाद महात्मा गांधी ने 40 किलोमीटर दक्षिण धारासना नामक वर्कस का नेतृत्व किया, लेकिन 5 मई को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
- यह मार्च 12 मार्च से 6 अप्रैल 1930 तक चला।
- नमक सत्याग्रह के दौरान महात्मा गांधी सहित 60000 लोगों को गिरफ्तार किया गया था उसके बाद 5 मार्च 1931 को गांधी और इरविन के बीच समझौता हुआ।
- स्तात समुद्र किनारे बसे लोगों को एकत्र करने की शुरुआत किया गया उसे नमक बनाने की छूट देने की मांग को स्वीकार किया गया।
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